Tuesday, July 10, 2018

सरकारी स्कूलों के बच्चे भी बोलेंगे इंग्लिश

राज्य परियोजना निदेशालय ने बनाई योजना, रीड-टू-मी ऐप से पढ़ेंगे छात्र

शिमला— राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्र अब फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। शिक्षा विभाग के राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से पहले चरण में 1514 स्कूलों में रीड-टू-मी ऐप का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय की ओर से दिए गए इन निर्देशों का 1514 स्कूलों को हर स्थिति में पूरा करना पड़ेगा। एसएसए और आरएमएसए की ओर से 1514 स्कूलों को ऑनलाइन क्याना प्रोजेक्टर मुहैया करवाए गए हैं। इन प्रोजेक्टरों के माध्यम से कक्षाओं में छात्रों को वर्ड-टू-वर्ड अंग्रेजी विषयों को पढ़ाना होगा। एसएसए की ओर से शिक्षकों को रीड-टू-मी ऐप के तहत पढ़ाने से पहले ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रदेश के लगभग 60 शिक्षकों को रीड-टू-मी ऐप से  पढ़ाने के तरीकों का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं बाकि शिक्षकों को भी यह ट्रेनिंग जल्द दी जाएगी। बता दें कि ररीड-टू-मी एक ऑनलाइन ऐप है, जिसका इस्तेमाल पहली बार सरकारी स्कूलों में किया जा रहा है। इसका मकसद सरकारी स्कूलों के छात्रोंं को भी प्राइवेट स्कूलों की तरह फर्राटेदार अंग्रेजी सिखाना है। हालांकि यह सुविधा अभी सभी स्कूलों में उपलब्ध नहीं करवाई गई है। जिन स्कूलोंं में इस योजना को शुरू किया गया है, अगर वहां से अच्छा रिस्पांस मिलता है, तो बाकी स्कूलों में भी राज्य परियोजना निदेशालय ओर शिक्षा विभाग क्याना प्रोजेक्ट मुहैया करवाने की योजना बना रहे हैं। राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से इस योजना को इसी मकसद से शुरू किया गया है, ताकि अभिभावक भी सरकारी स्कूलों में विश्वास जता सकें।

क्याना प्रोजेक्टर से होगी पढ़ाई

सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को रीड-टू-मी ऐप से पढ़ाया जाएगा। स्कूलों में दिए गए क्याना प्रोजेक्टर ऑनलाइन हैं और ये केवल उन्हीं स्कूलों में उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, जहां पर आईसीटी लैब स्थापित की गई हैं। शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों के छात्रों को प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले पहुंचाने के  टारगेट से इस योजना को इतनी जल्दी शुरू किया गया है। बता दें कि रीड-टू-मी ऐप योजना काफी सफल साबित हो सकती है।

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